इससे पहले 25 मार्च तक कक्षाओं में नामांकन कार्य पूरा करना है। विद्यार्थियों की हर कक्षा में शत-प्रतिशत उपस्थित होनी चाहिए।
यह भी निर्देशित किया गया है कि जो विद्यार्थी दो साल पहले स्कूल में अध्ययनरत थे, लेकिन इस साल किसी भी स्कूल में नहीं हैं, यानी शाला त्यागी हैं या ड्राप बाक्स में चले गए हैं, ऐसे बच्चों को स्कूल में लाने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जाए।
एक शिक्षक को 10 विद्यार्थियों की जिम्मेदारी सौंपी जाए। उनका 10 अप्रैल तक भौतिक सत्यापन का कार्य पूर्ण किया जाए। स्कूलों में प्रवेशित विद्यार्थियों को पात्रता के आधार पर प्रदान की जाने वाली सुविधाओं जैसे पाठ्यपुस्तक, छात्रवृत्ति, साइकिल आदि का निर्धारण पोर्टल पर अपडेशन के बाद किया जाएगा।
निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों में शाला प्रबंध समिति एवं अभिभावकों की बैठक का आयोजन किया जाए। इसके तहत स्कूलों में 17 मार्च तक प्रत्येक विद्यार्थी के माता-पिता को आमंत्रित किया जाए और बच्चे की विगत वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर शैक्षणिक प्रदर्शन के साथ नए शैक्षणिक सत्र के प्रथम माह में आयोजित होने वाली गतिविधियों के बारे में अवगत कराएं।