भोपाल के गोविंदपुरा शक्ति नगर में रहने वाले बुजुर्ग का फांसी पर लटका हुआ शव मिला है। दूसरे कमरे में बेटी की बॉडी बैड पर मिली है। पुलिस का अनुमान है कि बेटी को जहर देकर मारने के बाद पिता ने सुसाइड किया है। घटना स्थल से पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है। बुजुर्ग के हवाले से लिखे इस सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा की बेटी की मानसिक हालत ठीक नहीं थी।
मैं स्वयं कई बीमाारियों का शिकार हूं। मुझे भी सेवा की जरूरत है लेकिन बेटी की देख रेख भी मुझे ही करनी होती है। अब यह सब नहीं सहा जाता। थक गया हूं...इसी कारण अपनी मर्जी से जान दे रहा हुं। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
टीआई अवधेश सिंह तोमर ने बताया कि 82 साल के हरीकिशन शर्मा शक्ति नगर में रहते थे। उनकी पत्नी का निधन हो चुका है, 36 साल की बेटी चित्रा शर्मा उन्हीं के साथ रहती थी। जिसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। रविवार की सुबह करीब 11 बजे सूचना मिली की बेटी और पिता ने आत्महत्या कर ली है। मौके पर पहुंचे तो पिता का शव रस्सी से बने फंदे पर उनके कमरे में लटका मिला। बेटी का शव बेडरूम में बिस्तर पर था।
आयुर्वेदिक इलाज करते थे
हरीकिशन भेल से रिटायर्ड हो चुके थे। इसी के साथ घर में ही एक डिस्पेंसरी का संचालन करते थे। इसमें वह लोगों का आयुर्वेदिक इलाज करते थे। बेटी भी आयुर्वेदिक डॉक्टर बताई जा रही है, लेकिन लंबे समय से उसकी दिमागी हालत खराब हो चुकी थी। हरीकिशन की पत्नी और बेटे की पूर्व में मौत हो चुकी है। इसी के बाद से वह भी तनाव में रहते थे।
बेटी की देख रेख भी पिता ही करते थे
दिमागी बीमार बेटी की देख रेख भी बुजुर्ग ही करते थे और स्वयं भी कई बीमारियों से ग्रस्त थे। जहां उन्होंने फांसी लगाई, उस हिस्से में बड़ी मात्रा में दवाएं मिली हैं। जिसे वह लोगों को दिया करते थे।