यह कहानी खौफनाक है। रूह को कंपा देने वाली है। मोहब्बत, धोखा और बेवफाई के किरदार पति, पत्नी और वो हैं। शौहर का दिल सिर्फ बीवी के लिए धड़कता था। उसने अपनी शरीके हयात को महंगी कार दिलाई। फरमाइशों को पूरा करने एटीएम दिया, नाज-नखरे उठाए। लेकिन बेवफा बीवी ने अपने आशिक से शौहर का ही मर्डर करा दिया।
उसने तीन साल की बच्ची के बारे में भी नहीं सोचा। मामला हाईप्रोफाइल परिवार का है। तारीख 11 नवंबर 2013। शहर सर्द मौसम के आगोश में था। स्याह रात थी। गश्त करके पिपलानी थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया लौटे ही थे। इतने में वायरलैस सेट पर मैसेज चला।
भेल के एन-2 सी सेक्टर बरखेड़ा में किसी युवक की अधजली लाश पड़ी है। लाश से डीजल की गंध आ रही थी। उन्हें ये समझते देर नहीं लगी कि लाश को यहां लाकर जलाया गया है। लाश का चेहरा बुरी तरह जल जाने से फॉरेन्सिक टीम को बुलाया गया। लाश गोरे चिट्टे युवक की थी। उसकी जेब में जले हुए चार हजार रुपए व रसोई गैस सिलेंडर की बुकिंग पर्ची मिली।
सिलेंडर पर्ची बड़ा ब्रेक थ्रू... सिलेंडर की पर्ची के आधार पर पुलिस पंचवटी निवासी मनीष तख्तानी (32) के घर पहुंची। पता चला मनीष शाम से ही गायब है।
पिता ने की थी शिनाख्त... हमीदिया अस्पताल में पिता दिलीप तख्तानी ने कपड़ों और हाथ में सोने की अंगूठी देख लाश मनीष की होने की पुष्टि कर दी। शॉर्ट पीएम में पता चला कि मनीष को जलाने से पहले सिर और पेट में तीन गोलियां मारी गई थीं।
मनीष प्लाईवुड कारोबारी था... मनीष शहर का प्रसिद्ध प्लाईवुड कारोबारी था। उसकी एक खूबसूरत पत्नी सपना और तीन साल की बच्ची इशिका भी थी। मनीष और सपना की शादी 2007 में हुई थी। बिजनेस में वह अपने व्यवहार और कारोबारी सूझबूझ से नए मुकाम हासिल कर रहा था। लेकिन अंदर ही अंदर ऐसा कुछ पक रहा था जिसका अंदाजा किसी को नहीं था।
पुलिस की जांच... सपना ने पुलिस को बताया कि मनीष को कई लोगों से पैसे लेना था। इसी चक्कर में उसकी हत्या की गई होगी। जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला।
कॉल डिटेल ने खोले राज... मनीष की आाखिरी लोकेशन चेतक ब्रिज कस्तूरबा नगर थी। वहां मनीष की सेंट्रो कार मिली। पता चला कि मनीष ने कोहेफिजा थाने में 19 अक्टूबर को सपना की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। लौटने पर 21 अक्टूबर को सपना ने मायके (खंडवा) जाना बताया था।
अंजान नंबर ने खोला राज... कॉल डिटेल में एक अंजान नंबर सामने आया। यह नंबर सपना का था। इसके बाद पुलिस ने हर्ष को कॉल डिटेल के बारे में बताया तो वह टूट गया। सपना को बताया कि उसके आशिक ने जुर्म कुबूल कर लिया है तो सपना ने सब उगल दिया।
मास्टर माइंड सपना... सपना ने पुलिस को बताया कि उसने ब्वॉयफ्रेंड हर्षप्रीत से मनीष की हत्या कराई। वह उनके इश्क में रुकावट बना रहा था। उसने मनीष को कोहेफिजा बुलाया था। वहां हर्षप्रीत ने कार में मनीष के पेट और सिर में गोलियां मार दीं। हर्षप्रीत मनीष की कार को बरखेड़ा ले गया। वहां शव को आग लगा दी। इसके बाद चेतकब्रिज पर नौकर अमीन खान से पानी मंगाया और खून के निशान साफ किए। उसने कस्तूरबा नगर में कार को चाबी लगा कर छोड़ दिया, ताकि कोई कार चुरा ले। मनीष का मोबाइल भी वही छोड़ दिया। मोबाइल की लोकेशन देख कर पुलिस कार चोर के पीछे लग जाएगी और वह बच निकलेगा।
दोनों परिवार ईदगाह हिल्स में रहते थे
हर्ष और मनीष ईदगाह हिल्स में पड़ोसी थे। बाद में मनीष पंचवटी में शिफ्ट हो गया। इधर, हर्ष के पिता अवधपुरी में शिफ्ट हो गए। हर्ष 8वीं क्लास तक इंदौर के डेली कॉलेज में पढ़ा था। बहाने से हर्ष के कमरे पर रुकती थी सपना हर्ष ने एक मकान किराए पर लिया, जिसमें सपना अकसर आनेजाने लगी।
तीनों आरोपियों को हुई उम्र कैद
चार साल केस चलने पर कोर्ट ने 4 अगस्त 2016 को सपना, हर्ष व अमीन को आजीवन कारावास तथा 11 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई। फैसले के समय हर्ष रो रहा था लेकिन सपना के चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं थी।