भोपाल के कोलार में 8 एकड़ भूमि पर मध्य प्रदेश के सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर की बुनियाद रविवार (2 मार्च 2025) को रखी जाएगी। इस्कॉन के वैश्विक प्रमुख और गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गुरुप्रसाद स्वामी महाराज इस कार्यक्रम में शामिल होने पहली बार मध्य प्रदेश आ रहे हैं। उनके साथ इस्कॉन मध्य प्रदेश के प्रभारी एवं जोनल सेक्रेटरी महामनदास प्रभु भी रहेंगे। इस्कॉन मध्य प्रदेश के प्रभारी एवं जोनल सेक्रेटरी महामनदास प्रभुजी और इस्काॅन भोपाल बीवायसी के अध्यक्ष रसानंद दास प्रभु ने कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया।
इस्कॉन भोपाल बीवायसी के अध्यक्ष रसानंद दास प्रभु ने बताया कि भूमिपूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालिनी राय और विधायक भगवानदास सबनानी समेत कई गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत गो-पूजन और इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद की आरती से होगी।
रविवार सुबह 7:30 बजे भूमि को पवित्र करने के लिए हवन किया जाएगा। गुरुप्रसाद स्वामी महाराज और महामनदास प्रभुजी अनंत शेष की स्थापना करेंगे। रसानंद प्रभु के अनुसार, शास्त्रों में पृथ्वी माता को अनंत शेष के फन पर विराजमान माना गया है। हवन के लिए मायापुर-वृंदावन और जगन्नाथपुरी से पुरोहित बुलाए हैं। भूमिपूजन से पहले मंदिर के भक्त शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हरिनाम संकीर्तन कर रहे हैं। वे हरे कृष्ण महामंत्र का कीर्तन कर और प्रसाद वितरण के साथ लोगों को आमंत्रण पत्र दे रहे हैं।
फ्लॉवर रंगोली बनेगी इस्काॅन गर्ल फोरम (आईजीएफ) की सदस्य फूलाें की रंगोली बनाएंगी। इसमें रंगोली के रंगों के अलावा तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूलों का उपयाेग किया जाएगा। रंगोली में कृष्ण लीलाओं को दिखाया जाएगा। फूलों की रंगोली के लिए विभिन्न प्रकार के फूलों का ऑर्डर किया गया है।
कीर्तन पार्टियां आएंगी भूमिपूजन के अवसर पर मध्य प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, विदिशा, सागर आदि शहरों में स्थित इस्कॉन मंदिर और सेंटरों से विभिन्न कीर्तन पार्टियां आएंगी और कार्यक्रम के दौरान यह मंडलियां अनवरत कीर्तन करेंगी।
पश्चिम बंगाल, दिल्ली और जबलपुर से आए रसोइए भूमिपूजन कार्यक्रम के उपलक्ष्य में भंडारा होगा। शाम तक लोग भगवान राधा गोविंद का महाप्रसाद पा सकेंगे। इस भंडारे के लिए पश्चिम बंगाल, दिल्ली और जबलपुर से विशेष रसोइए बुलाए गए हैं। ये रसोइए विशेष प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाएंगे। संडे फीस्ट कार्यक्रम भी शुरू होगा रसानंद दास प्रभु ने बताया कि इस्काॅन लैंड पर एक बड़ा हॉल और ब्रह्मचारियों के रहने के लिए पहले ही इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा चुका है। भूमि के पवित्र होने के बाद यहां पर भक्त निवास करना शुरू कर देंगे। वे इस जमीन को डवलप करेंगे। इतना ही नहीं यहां हर रविवार को सत्संग कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा, जिसमें कोलार और पूरे शहर के लोग कथा कीर्तन प्रसादम का लाभ ले सकेंगे।
मंदिर परिसर में ही रहेंगे गृहस्थ ये भोपाल का सबसे बड़ा मंदिर बनने जा रहा है। ये एक भक्त कम्यूनिटी प्राेजेक्ट है। इस परिसर में कई गृहस्थ भक्त निवास करेंगे। भूमिपूजन के दौरान एक प्रेजेंटेशन भी दिया जाएगा। इसके अनुसार इस जमीन पर भव्य मंदिर, गोविंदाज रेस्टोरेंट, गुरुकुल, गोशाला और कम्युनिटी हॉल होगा।