सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में बड़ा कन्वेंशन सेंटर बनाने की घोषणा की है। ये इतना बड़ा होगा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे बड़े आयोजन आसानी से हो सके। इसके लिए जेल पहाड़ी, खुदागंज, बरखेड़ी बजायफ्त और कालापानी में जमीन देखी गई है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह यहां विजिट भी कर चुके हैं।
बता दें कि मानव संग्रहालय में 24-25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हुई थी। समापन पर सीएम डॉ. यादव ने भोपाल में कन्वेंशन सेंटर बनाने की घोषणा की थी। इस घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को कलेक्टर सिंह ने करीब 5 घंटे तक राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में जमीन और भूमि लैंड का मैदानी सर्वे भी किया। वे कन्वेंशन सेंटर के लिए राजधानी में जेल पहाड़ी, खुदागंज, कालापानी और बेरखेड़ी बजायफ्त में 4 साइट देखने पहुंचे। इनमें खुदागंज की जमीन कन्वेंशन सेंटर के लिए सबसे ज्यादा ठीक लगी है। इसके अलावा उन्होंने 8 से 10 साइट अधिकारियों के साथ सर्वे किया।
जमीन के बारे में जानकारी ली, फिर सर्वे करने निकले इससे पहले कलेक्टर सिंह ने सभी एसडीएम और राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। इसमें जीआईएस में जिले से संबंधित घोषणाओं को पूरा करने के विषय में चर्चा हुई है। खासतौर से कई उद्योगपतियों ने इंडस्ट्री, होटल, रिसॉर्ट और अन्य यूनिट खोलने के लिए एमओयू किया है। इसके लिए उन्हें जमीनों की जरूरत पड़ेगी। हालांकि, जिले में पहले से लैंड बैंक तैयार है, इसमें 13 हजार एकड़ भूमि है। मौजूदा लैंड बैंक की सभी जमीनों की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि इनमें से कई सरकारी जमीन अतिक्रमण की चपेट में है।
कन्वेंशन सेंटर के लिए यह साइट
डेढ़ हजार लोगों की कैपेसिटी का एक और सेंटर बनेगा कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो) के पीछे करीब डेढ़ हजार लोगों की क्षमता वाले कन्वेंशन सेंटर का काम भी लगभग शुरू होने वाला है। यह मप्र राज्य पर्यटन निगम बनाएगा। इसकी क्षमता सिर्फ 1500 लोगों की है, जबकि कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर की क्षमता एक हजार लोगों की है। इस तरह सिर्फ 2500 लोगों की क्षमता तक सीमित रहेगा। यह अगले साल मार्च तक बनना प्रस्तावित है। हाल में जो इन्वेस्टर्स समिट हुई है, इसमें 25 हजार से ज्यादा लोग आए थे। इसलिए शहर में एक बड़े कन्वेंशन सेंटर की कमी महसूस की जा रही है। इसी कारण ऐसे आयोजन भोपाल में नहीं होते हैं।