कार्तिक ने जितेश को सबसे पहले समझाया कि हर क्रिकेटर के लिए कोई ना कोई खराब सत्र होता है जिसमें निराश होने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पिछले साल का प्रदर्शन मेरी मानसिक स्थिति के कारण था। मैं भविष्य के बारे में सोच रहा था। लेकिन जब मैं दिनेश भाई से मिला तो उन्होंने मुझे बताया कि कोई रॉकेट साइंस नहीं है। ’’
महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने बताया कि कार्तिक ने उनकी बल्लेबाजी की कुछ खामियों को पता करके उन पर काम शुरू किया। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने देखा कि मैं किस तरह दबदबा बनाने की कोशिश करता हूं। मुझे लगता है कि उन्हें पता चला कि कुछ शॉट हैं जो मैं नहीं खेलता और उन्होंने उस पर काम करना शुरू किया।’
महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने बताया कि कार्तिक ने उनकी बल्लेबाजी की कुछ खामियों को पता करके उन पर काम शुरू किया। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने देखा कि मैं किस तरह दबदबा बनाने की कोशिश करता हूं। मुझे लगता है कि उन्हें पता चला कि कुछ शॉट हैं जो मैं नहीं खेलता और उन्होंने उस पर काम करना शुरू किया।’