आज दोपहर 3 बजे, माननीय मंत्री श्री केदार कश्यप छत्तीसगढ़ शासन और पीसीसीएफ वन बल प्रमुख श्री व्ही निवास राव छत्तीसगढ़ शासन के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया गया। इस अभियान में रायपुर सीसीएफ श्री राजू अगसिमनी और डीएफओ श्री लोक नाथ पटेल और संयुक्त डीएफओ श्री विश्वनाथ मुखर्जी के मार्गदर्शन में टीम गठित की गई थी।
टीम में एसडीओ श्री संदीप सिंह राज्य स्तरीय उड़न दस्ता प्रभारी और वन मंडल रायपुर उड़नदस्ता प्रभारी रेंजर दीपक तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम के सदस्यों में श्री निराला बीएफओ, श्री वसीम बीएफओ, श्री अमृत पाल सिंह बीएफओ और श्री सेंटियागो बीएफओ गोस्वामी शामिल थे। विशेष सहयोगी के रूप में श्री रिंकू और श्री अशोक वर्मा भी इस अभियान में शामिल थे।
इस अभियान के दौरान, टीम ने विधान सभा रोड में हिरन सिंग और चीतल के चमड़े के साथ तस्करी करते हुए रोशन रायपुर निवासी को दबोचा। यह एक महत्वपूर्ण सफलता थी, जिससे वन्यजीवों की तस्करी पर रोक लगाने के प्रयासों को बल मिला है।
इस अभियान की सफलता के लिए टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी जा रही है, और आगे भी इस तरह के अभियानों को जारी रखने का संकल्प लिया गया है। वन विभाग की यह पहल वन्यजीवों के संरक्षण और तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
वन विभाग की इस पहल से वन्यजीवों के संरक्षण में एक नई दिशा मिलेगी, और तस्करी पर रोक लगाने के प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी। इस अभियान की सफलता से वन विभाग की कार्यशैली और क्षमता का पता चलता है, और आगे भी इस तरह के अभियानों को जारी रखने की आवश्यकता है।
इस अभियान के दौरान, टीम ने अपनी क्षमता और कौशल का प्रदर्शन किया, और वन्यजीवों के संरक्षण में अपना योगदान दिया। वन विभाग की यह पहल वन्यजीवों के संरक्षण और तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और आगे भी इस तरह के अभियानों को जारी रखने की आवश्यकता है।
वन विभाग की इस पहल से वन्यजीवों के संरक्षण में एक नई दिशा मिलेगी, और तस्करी पर रोक लगाने के प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी। इस अभियान की सफलता से वन विभाग की कार्यशैली और क्षमता का पता चलता है, और आगे भी इस तरह के अभियानों को जारी रखने की आवश्यकता है।
इस अभियान के लिए टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी जा रही है, और आगे भी इस तरह के अभियानों को जारी रखने का संकल्प लिया गया है। वन विभाग की यह पहल वन्यजीवों के संरक्षण और तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और आगे भी इस तरह के अभियानों को जारी रखने की आवश्यकता है।