चीन ने बातचीत करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि अमेरिका ‘मक्कार’ है और वह शुल्क युद्ध में "अंत तक लड़ेगा"। इसके बाद ट्रंप ने चीनी आयात पर कर की दर को और बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया। चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी वस्तुओं पर 84 प्रतिशत शुल्क लगा दिया है, जो बृहस्पतिवार से प्रभावी हो गया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, ‘उचित कारण हो तो कई लोग उसे समर्थन देते हैं। अमेरिका लोगों का समर्थन नहीं जीत सकता और अंत में विफल हो जाएगा।’ इन घटनाक्रम के बीच चीन ने अब यूरोप पर ध्यान केंद्रित किया है। चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के बीच फोन पर बातचीत हुई जिसके जरिए ‘दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की गई है।’ दोनों एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं।