वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में वन नेशन-वन इलेक्शन की प्रदेश टोली के संयोजक और रिटायर्ड जस्टिस रोहित आर्या, सह संयोजक पुष्यमित्र भार्गव, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा शामिल हुए।
बीजेपी ऑफिस में बैठक के बाद वन नेशन-वन इलेक्शन के प्रदेश संयोजक और हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस रोहित आर्या ने समिति के सह संयोजक और इंदौर मेयर पुष्यमित्र भार्गव और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
एक देश-एक चुनाव पर मंथन होना चाहिए पूर्व जस्टिस और प्रदेश संयोजक रोहित आर्या ने कहा- एक देश एक चुनाव के परिप्रेक्ष्य में मंथन होना चाहिए। आज की बैठक में सकारात्मक मंथन हुआ है। एक देश एक चुनाव हमारे संविधान के मूल संरचना के रूप है। ये मोदी जी का विजनरी स्टेप है जो संविधान की प्रस्तावना में पॉलिटिकल जस्टिस को अचीव करने के लिए मुहिम चालू करने का निर्णय लिया गया है।
राजनैतिक स्थिरता आएगी, सरकारें पांच साल काम करेंगी पूर्व जस्टिस आर्या ने कहा- आज तक पॉलिटिकल जस्टिस के परीपेक्ष्य में ज्यादा काम नहीं हुआ था। वन नेशन वन इलेक्शन के बहुआयामी फायदे होंगे। वोटर का मूल्य क्या है और प्रजातंत्र के महत्व क्या है ये पहुंचा है। व्यय कम होंगे , सामाजिक ढांचा सुधरेगा। प्रशासनिक अमला जो साल भर चुनाव में लगा रहता है। एक पॉलिटिकल स्टेबिलिटी आएगी। चुनी सरकार पांच साल काम करेगी। जनता चुनेगी कि पांच साल बाद किसको लाना है कौन सरकार चुनकर आएगी। यह समाज के सभी वर्गों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
2034 तक वन नेशन-वन इलेक्शन का क्रियान्वयन शुरू होगा पूर्व राष्ट्रपति कोविद जी की रिपोर्ट के आधार पर 2034 तक इसका क्रियान्वयन शुरू कर दिया जाएगा। अभी जनता को बताना है इसके क्या फायदे हैं। यह किसी पार्टी का एजेंडा नहीं है यह नेशनल एजेंडा है। वन नेशन वन इलेक्शन पर डिबेट होना चाहिए। मैं अपनी 29 साल की वकालत और 9 साल की जस्टिस के आधार पर कहना चाहता हूं ये कानून के आधार पर है। संविधान के मूलभूत भावनाओं के अनुरूप है। वन नेशन वन इलेक्शन को हम जन आंदोलन बनाएंगे। वन नेशन वन इलेक्शन पर कांग्रेस के सवाल पर कहा- कांग्रेस की भ्रांति और मिथ्या प्रचार है। कांग्रेस का ये परसेप्शन है जो मिस गाइड है।