छात्रों से फीस लेने के बाद कोचिंग बंद करने वाले फिटजी के चेयरमैन डीके गोयल दिल्ली में नहीं हैं। नोटिस तामील कराने दिल्ली पहुंची भोपाल पुलिस ने गोयल के ऑफिस में स्टाफ को नोटिस थमाया। स्टाफ ने बताया कि दो दिन पहले ही डीके गोयल पुड्डुचेरी गए हैं। टीम ने स्टाफ को हिदायत दी है कि लौटने के बाद वह पूछताछ के लिए भोपाल आ जाएं।
डीसीपी संजय अग्रवाल ने बताया कि बाकी आरोपी मनीष आनंद और राजीव बब्बर टीम को ऑफिस में मिले। पूछताछ में दोनों ने बताया कि भोपाल सेंटर का काम वहीं से होता था। इधर, भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा है कि बच्चों की फीस रिकवरी के लिए कोचिंग संस्थान की बिल्डिंग की कुर्की कर रकम वसूलने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए कागजी खानापूर्ति की जा रही है।
मंगलवार को भोपाल में पूर्व सेंटर हेड सुमित श्रीवास्तव से पुलिस ने पूछताछ की। भोपाल के सेंटर से 2 हार्ड डिस्क और 2 कार जब्त की गई हैं। सभी आरोपी बातों से पुलिस को उलझा रहे हैं।
15 दिसंबर को बंद हो गया था भोपाल का सेंटर
फिटजी भोपाल का सेंटर 15 दिसंबर के आसपास बंद हो गया था। इसके बाद पुलिस ने फिटजी के चेयरमैन डीके गोयल, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मनीष आनंद, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर राजीव बब्बर और भोपाल ब्रांच के पूर्व सेंटर हेड सुमित श्रीवास्तव के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब सेंटर के चेयरमैन से पूछताछ होना बाकी है।
हार्ड डिस्क में मिलेगा फीस का रिकॉर्ड...
भोपाल ब्रांच के पूर्व सेंटर हेड सुमित श्रीवास्तव से पूछताछ के बाद पुलिस ने ब्रांच का रिकॉर्ड जब्त किया है। थाना प्रभारी जयहिंद शर्मा ने बताया कि सेंटर से जब्त हार्ड डिस्क में छात्रों की संख्या, फीस और सेंटर पर रहे कर्मचारियों की जानकारी है।
हार्ड डिस्क और दस्तावेजों से पता चलेगा सेंटर पर कितने छात्रों का एनरोलमेंट था। उनसे कितनी फीस जमा करवाई गई। माना जा रहा है कि 12 से 15 करोड़ रुपए फीस वापस करनी होगी। फीस वापस लेने के लिए अभिभावक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।