'धन्यवाद कहने का छोटा सा तरीका'
अविनाश ने गिफ्ट में दी गई कार को 'सिर्फ एक कार से कहीं बढ़कर' बताया, जो कपल की जर्नी, बलिदान और जीत का सिंबल है। उन्होंने कहा, 'यह मेरी चट्टान, मेरी रीढ़ और मेरा सबसे बड़ा आशीर्वाद होने के लिए धन्यवाद कहने का एक छोटा सा तरीका है।'
'पांच साल सबकुछ झोंका, नहीं हुआ कुछ खास'
अविनाश ने मुंबई में अपने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए कहा, 'जब मैं पहली बार मुंबई आया था, तो मेरा एक ही लक्ष्य था- एक्टर बनना। पांच साल तक मैंने अपना सबकुछ झोंक दिया... लेकिन कुछ खास नहीं हो रहा था।'